भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी Tata Motors shares बाजारों में धमेकेदार शुरुआत की है। अपनी कंपनी ने दूसरी तिमाही के लिए कमजोर आंकड़े पेश करने के बावजूद भी 3% की बढ़त के साथ 829 रुपये पर बिज़नेस किया। यह आंकड़े विशेषज्ञों के अनुमान से पूरी तरह से समल्लित नहीं होता है । कंपनी का प्रॉफ़िट साल मे 11 % से घटकर 3,343 करोड़ रुपये हो गया । इसकी वजह जगुआर लैंड रोवर (JLR) पिछला यूनिट और वाणिज्य-संबंधी यातायात-साधन खंड में कमजोर प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
इसलिए Tata Motors ने अधिकारियों ने एक छोटा से बयान में कहा गया है , “हम आने वाले समय में घरेलू मांग को लेकर होशियार बने हुए हैं। चूंकि पर्व के आने वाले समय मे और बुनियादी ढांचे में अधिक मात्रा मे निवेश से इसे बढ़ावा मिलेगा।
सभी मोर्चों पर दूसरी तिमाही में असफलता के बावजूद ब्रोकरेज फर्में तेजी पर बनी हुई हैं, लेकिन उन्होंने ऑटोमोबाइल क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी के मूल्य टारगेट में भी आनाकानी की है।
Tata Motors shares में 3% भारी गिरावट
CLSA ने Tata Motors को 968 रुपये प्रति शेयर के लक्ष्य मूल्य के साथ ‘आउटपरफॉर्म’ में उपडेट किया है, जो पिछले रुके हुए कीमत से 20 प्रतिशत अधिक है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि Tata Motors को Jaguar Land Rover (JLR) के लिए अपने रास्ता दिखाने वाले पर भरोसा है, जो बीते हुए साल 25 और आने वाला साल 26 के लिए मजबूत EBIT मार्जिन का अनुमान लगा रहा है। जबकि कंपनी वाणिज्य-संबंधी यातायात वाहनों के (CV) को लेकर सावधान है, उसे उम्मीद है कि यात्री वाहन (PV) सेगमेंट में नए लॉन्च से वृद्धि को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
नोमुरा ने Tata Motors पर अपनी’खरीदें’ रेटिंग बनाए रखते हुए उम्मीद से कमज़ोर Q2 प्रदर्शन के बाद अपने टारगेट कीमत को 1,303 रुपये हर एक शेयर से कम कर के 900 रुपये कर दिया गया है। चूंकि, फर्म ने इस बात पर प्रकाश डाला कि JLR के रास्ता दिखाने वाले के साथ उमीद रखा गया है, जिसमें बीते हुए साल 25 की दूसरी 6 महीने बाद जबरजस्त प्रगति का उम्मीद है। भारत के CV सेगमेंट में भी Q4 तक रिकवरी की उम्मीद है, जबकि JLR का छुटकारा अन्य बाजारों में अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकालने मे सहयोग करेगा।
Jefferies ने भी Tata Motors पर ‘खरीदें’ रेटिंग को बनाए रखा है, लेकिन अपने टारगेट को 1,330 रुपये हर एक शेयर से परिवर्तन करके 1,000 रुपये कर दिया है। फर्म ने बताया कि JLR को दूसरे 6 महीने बाद में सुधार की आसा है और उसने आने वाले साल 25 के लिए अपने मार्जिन मार्गदर्शन को बनाए रखा है। हालांकि, Jefferies ने भारत में CB और PV दोनों की मांग में गिरावट देखी और इसके परिणामस्वरूप अपने आने वाले साल 25-27 के आय अनुमानों को 2-9 प्रतिशत तक कम कर दिया।
इसके उल्टा , UBS ने Tata Motors पर ‘सेल’ कॉल किया है, जिसने इसके टारगेट को कम कर के 780 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। UBS के अनुसार, JLR और CV सेगमेंट ने बुरी तरह से प्रदर्शित किया है, चूंकि PV की सोल्ड आउट उम्मीदों के समेछ। ब्रोकरेज ने रिपोर्ट की गई EBIT की सफलता पर चिंता व्यक्त की, जिसे उसने निराशाजनक पाया। इसके अनुरूप, Tata Motors ने अपने फ्री कैश फ्लो (FCF) मार्गदर्शन को £1.8 बिलियन के पूर्व पूर्वानुमान से घटाकर £1.3 बिलियन कर दिया है।
कंपनी हाल ही में मॉडल रोलआउट और सूचित मार्केटिंग पुश द्वारा गतिवान यात्री वाहन खुदरा विकास में अधिकी समृद्धि का टारगेट बना रही है।
प्रबंधन ने कहा कि बाहरी चुनौतियों ने दूसरी तिमाही में परिचालन को धीमा कर दिया, विशेष रूप से नेविल्स सुविधा में बाढ़ की घटना, जिसने उत्पादन को 86,000 इकाइयों तक सीमित कर दिया। जेएलआर के सीएफओ रिचर्ड मोलिनेक्स ने कहा, “इसके बावजूद, हमने अभी भी ठोस लाभप्रदता हासिल की है, जो हमारे व्यवसाय के लचीलेपन को दर्शाता है। हम दूसरी छमाही में मजबूत रिटर्न के लिए तैयार हैं।”
पिछले तीन महीनों में टाटा मोटर्स के शेयर की कीमत में 23% की गिरावट आई है।
Read More
Diwali 2024 इस दिवाली घर को करते है जगमग और लाते है कुछ बेहतरीन इलेक्ट्रिक गैजेट्स