Game Changer में राम चरण ने एक्शन हीरो के रूप में अपने अभिनय से दिल जीते, लेकिन क्या फिल्म की कहानी इसे सपोर्ट कर पाई

फिल्म का कथानक कहीं न कहीं अपनी गति खो देता है, और हर मोड़ पर कुछ नया नहीं दिखता। यही कारण है कि फिल्म में ताजगी की कमी महसूस होती है

नायक राम नंदन को राजनीति और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करना पड़ता है, लेकिन फिल्म में इसकी प्रस्तुति इतनी सरल और सीधी है कि उसे किसी गहरे संदेश के रूप में नहीं लिया जा सकता

कियारा आडवाणी का दीपिका का किरदार सिर्फ गाने और डांस के लिए है। उनका रोल फिल्म के मुख्य कथानक में ज्यादा योगदान नहीं करता

फिल्म के एक्शन सीन में तर्क की कमी है, जैसे कि नायक बिना किसी खरोंच के भारी लड़ाई जीतता है, जो दर्शकों के लिए अविश्वसनीय बन जाता है

सुनील ने फिल्म में कॉमेडी का टच दिया, लेकिन उनके चुटकुले फिल्म के मूड को हल्का करने में असफल रहते हैं

एस.जे. सूर्या का किरदार बोबिली मोपीदेवी एक शक्तिशाली खलनायक के रूप में दिखता है, लेकिन उसकी कमियों को फिल्म में अच्छे से नहीं दिखाया गया

नायक के गुस्से की वजह जानने के लिए फिल्म एक फ्लैशबैक की ओर जाती है, जो थोड़ी देर के लिए कहानी को घुमावदार बनाता है

फिल्म में राजनीति और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक संदेश देने की कोशिश की गई है, लेकिन यह संदेश फिल्म के अन्य तत्वों के मुकाबले कमजोर लगता है

क्या 'Game Changer' वाकई गेम चेंजर है? राम चरण की एक्टिंग और बड़े एक्शन सीन के बावजूद फिल्म पूरी तरह से नयापन नहीं दे पाई है